बीज खाद का घोटाला। दुख की बात है कि अपना प्रदेश घोटाला प्रदेश बन गया है। मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था 70 प्रतिशत तक कृषि क्षेत्र पर आधारित है। किसानों के साथ कितना अन्याय है। खाद की बात, बीज की बात, सही दामों पर खरीदने की बात। कितना अन्याय हमारे किसानों के साथ हुआ है।
बहुत बड़ा राजनीतिक परिवर्तन हुआ है। इस राजनीतिक परिवर्तन को आप पहचानिए। जब तक आप घर घर नहीं जाएंगे बीजेपी कभी मुकाबला नहीं कर पाएंगे। सभी भोपाल के जवाहर चौक पर एकत्र हुए इसके बाद आगे बढ़े।
इधर खाद की खाली बोरियां लेकर कांग्रेस विधायक विधानसभा में पहुंचे। यहां उन्होंने गांधी प्रतिमा के सामने जमकर नारेबाजी की। सचिन यादव ने कहा कि प्रदेश का किसान खाद नहीं मिलने की वजह से परेशान है। 12 साल पहले जो सोयाबीन के दाम थे आज भी वही मिल रहे हैं। एक तो खाद नहीं मिल रहा, दूसरा ब्लैक में नकली खाद बेचा जा रहा है।
खाद की कमी को लेकर कांग्रेस ने शून्यकाल में भी मुद्दा उठाया । नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार किसानों को खाता को उपलब्ध नहीं कर पा रही है। बोवानी नहीं हो रही है। किसान परेशान हैं। जगह-जगह लाइन लग रही है, लेकिन सरकार चुप्पी साधे हुए है। वो यह तक नहीं बता रही है कि खाद कब तक मिलेगी। सरकार की ओर से इस विषय पर जब कोई जवाब नहीं दिया गया तो फिर कांग्रेस के विधायकों ने बहिर्गमन कर दिया।
कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए बैरिकेडिंग के साथ सुरक्षा के तगड़े प्रबंध किए गए हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पटवारी ने बताया कि प्रदेशभर से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता आंदोलन में भाग लेने के लिए पहुंचे हैं। भाजपा सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में प्रदेशवासियों को केवल धोखा मिला है।